PC: news24online
कहते हैं कि सच्चे प्यार की कोई सीमा नहीं होती और मध्य प्रदेश के राजगढ़ में एक दिल को छू लेने वाली घटना में ऐसा ही हुआ। आदित्य नाम के एक दूल्हे ने प्यार की ताकत तब दिखाई जब उसकी दुल्हन नंदनी शादी से ठीक पहले बीमार पड़ गई।
इस जोड़े की शादी 1 मई को अक्षय तृतीया के अवसर पर होनी थी। लेकिन शादी से ठीक पांच दिन पहले नंदनी बहुत बीमार हो गई और उसे ब्यावरा शहर के पंजाबी नर्सिंग होम में भर्ती कराना पड़ा।
चूंकि अगली अच्छी शादी की तारीख (मुहूर्त) दो साल दूर थी, इसलिए परिवारों ने अस्पताल में ही शादी करने का फैसला किया।
न गार्डन, न हॉल - अस्पताल बना शादी का स्थान
बुधवार की रात, दूल्हा आदित्य पूरी बारात के साथ अस्पताल पहुंचा, जिसमें बैंड, संगीत और यहां तक कि घोड़े पर सवार भी थे। अस्पताल के अंदर शादी का मंडप बनाया गया और पारंपरिक वैदिक मंत्रों के साथ सभी रस्में निभाई गईं।
VC: Asian news bharat
आदित्य ने अपनी दुल्हन को गोद में उठाकर सात फेरे लिए
चूंकि नंदनी इतनी कमजोर थी कि वह लंबे समय तक चल या बैठ नहीं सकती थी, इसलिए आदित्य ने उसे गोद में उठाकर अस्पताल के मंडप में ही पवित्र अग्नि के चारों ओर सात फेरे लिए। उसने उसके बालों में सिंदूर भी लगाया और मंगलसूत्र बांधकर विवाह की रस्म पूरी की।
सभी ने दूल्हे के प्यार और समर्पण की प्रशंसा की
इस दुर्लभ और मार्मिक विवाह ने सभी का ध्यान खींचा। इसे देखने वाले लोगों ने आदित्य के प्यार, साहस और प्रतिबद्धता की प्रशंसा की। यह कहानी अब सच्चे प्यार की एक खूबसूरत मिसाल के रूप में सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
You may also like
पूरा देश जवाबदेही और न्याय का इंतजार कर रहा है, पहलगाम हमले पर CWC ने प्रस्ताव पास कर ठोस कार्रवाई की मांग की
पत्नी को घायल कर पति ने की खुदकुशी , पुलिस जांच में जुटी
वन नेशन वन इलेक्शन देशहित में क्रांतकिारी कदम: धामी
जाति जनगणना में विलंब ना करे सरकार, पारदर्शिता और सहभागिता सुनिश्चित करें: कांग्रेस
झगड़िया के निर्भया कांड को मिला न्याय, कोर्ट ने दी फांसी की सजा